वो कहते थे बेटा लाइफ में कितनी ही problem सर पर चढ़कर तांडव भले ही क्यूँ न करने लगे, लेकिन तुम कभी झूठ मत बोलना. हमेशा सच का हाथ पकड़ कर आगे बढ़ना और झूठ को पीछे छोड़ देना ...लेकिन आज सच बोलने पर कुछ समझदार लोग और अपने ही दोस्त "राजा हरिशचंद की छठी औलाद" कह कर खिल्ली उड़ाते हैं मेरी self respect की धज्जियां उड़ जाती हैं और सिगरेट के धुएं की तरह झूठ ऊपर उड़ता
जाता हैं और सच राख बन कर नीचे गिरता चला जाता हैं...
वो कहते थे बेटा राजनीति Bear bar की तरह है बाहर से temptation और अन्दर से कड़वा पानी बिलकुल शराब की तरह. बार- बार politics के bear bar में तुम्हारा घुसने का मन करेगा लेकिन अन्दर घुसने के बाद तुम टल्ली हो कर ही बाहर निकलोगे...फिर न तुम्हें दुनिया नज़र आएगी न दारी ...नज़र आएगा तो सिर्फ यह bear bar ...इसलिए मैं आज तक इस bear bar के आस पास भी नहीं भटकी. लेकिन politics के bear bar के नशे में टल्ली लोग बार-बार मुझे पकड़ लेते हैं और मुझे इस भ्रमात्मक bear bar के जाल में फंसा ही देते हैं. और मैं हमेशा की तरह जाल में फस कर खुद का तमाशा बनते देखती हूँ काश मैंने औरों की तरह politics के bear bar की माया को जाना होता और ज्यादा न सही atleast एक पैक तो लगाया होता.....
वो कहते थे बेटा राजनीति Bear bar की तरह है बाहर से temptation और अन्दर से कड़वा पानी बिलकुल शराब की तरह. बार- बार politics के bear bar में तुम्हारा घुसने का मन करेगा लेकिन अन्दर घुसने के बाद तुम टल्ली हो कर ही बाहर निकलोगे...फिर न तुम्हें दुनिया नज़र आएगी न दारी ...नज़र आएगा तो सिर्फ यह bear bar ...इसलिए मैं आज तक इस bear bar के आस पास भी नहीं भटकी. लेकिन politics के bear bar के नशे में टल्ली लोग बार-बार मुझे पकड़ लेते हैं और मुझे इस भ्रमात्मक bear bar के जाल में फंसा ही देते हैं. और मैं हमेशा की तरह जाल में फस कर खुद का तमाशा बनते देखती हूँ काश मैंने औरों की तरह politics के bear bar की माया को जाना होता और ज्यादा न सही atleast एक पैक तो लगाया होता.....